कंप्यूटर नेटवर्किंग
परिचय
- क्या है– कंप्यूटर नेटवर्किंग दो या दो से अधिक कम्प्यूटर के बीच ऐसा सामंजस्य है, जिसके द्वारा वे आपस में डाटा व इंफॉर्मेशन का आदान-प्रदान करते हैं।
- पहला कम्प्यूटर नेटवर्क :- 1981 में तैयार हुआ, इसे ईथरनेट कहते हैं।
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प्रकार
1. लैन (लोकल एरिया नेटवर्क)
2. मैन (मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क)
3. वैन (वाइड एरिया नेटवर्क)
4. पैन (पर्सनल एरिया नेटवर्क)
5. कैन ( कैम्पस एरिया नेटवर्क)
6. वायरलेस नेटवर्क
1. लैन (लोकल एरिया नेटवर्क)
- यह कम दूरी में फैला हुआ होता है।
- उदा:- ऑफिस नेटवर्क।
2. मैन (मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क)
- यह एक शहर में फैला होता है।
- यह मध्यम आकार का नेटवर्क होता है।
3. वैन (वाइड एरिया नेटवर्क)
- ऐसा नेटवर्क है, जिसकी कोई सीमा निश्चित नहीं होती है।
- यह दो या दो से अधिक देशों के बीच फैला हुआ होता है।
- उदाहरण :- इंटरनेट एवं एटीएम हैं।
4. पैन (पर्सनल एरिया नेटवर्क)
- ऐसा नेटवर्क जो कम दूरी तक फैला होता है।
- किसी संस्था या व्यक्ति के अधिकार क्षेत्र के अन्दर के नेटवर्क को पैन कहते है।
- उदाहरण:- ब्लूटूथ है।
5 कैन ( कैम्पस एरिया नेटवर्क)
- किसी विश्वविद्यालय, कॉलेज या संस्था के भीतर स्थित कम्प्यूटर नेटवर्क को कैम्पस एरिया नेटवर्क कहते हैं।
6 वायरलेस नेटवर्क
- वायरलेस तकनीक का प्रयोग करके, किसी भौगोलिक क्षेत्र में स्थापित नेटवर्क वायरलेस लैन (वायरलेस नेटवर्क) होता हैं।
- इसके लिए: Wi-Fi या Wimax का प्रयोग होता है।
प्रयोग के आधार पर प्रकार
- इंट्रानेट (Intranet )
- एक्स्ट्रानेट ( Extranet)
- ईथरनेट (Ethernet)
- इरनेट ( Ernet )
- क्लाउड कम्प्यूटिंग (Cloud Co।। )
1 इंट्रानेट (Intranet )
- किसी संस्था के नियंत्रण के भीतर स्थापित कम्प्यूटर नेटवर्क है ।
- इसमें इंटरनेट पर प्रयुक्त हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, इंटरनेट तथा प्रोटोकाल का प्रयोग किया जाता है।
2 एक्स्ट्रानेट ( Extranet)
- किसी संस्था के नियंत्रण में स्थित नेटवर्क जो किसी अन्य नेटवर्क तथा इंटरनेट से भी जुड़ा होता है ।
- एक्स्ट्रानेट अन्य नेटवर्क से जुड़े उपयोगकर्ताओं को अपने नेटवर्क के सीमित उपयोग का अधिकार देता है।
- इस तरह एक्स्ट्रानेट एक लोकल एरिया नेटवर्क है जो किसी अन्य नेटवर्क जैसे कि इंटरनेट से जुड़ा है।
3 ईथरनेट (Ethernet)
- यह लैन (Local Area Network) में प्रयोग किया जाने वाला लोकप्रिय प्रोटोकॉल है।
- इसमें विभिन्न कम्प्यूटरों को आपस में तथा नेटवर्क के साथ तार (Cable) का प्रयोग कर जोड़ा जाता है।
- इसका विकास बॉब मेटकॉफ द्वारा 1973 में किया गया था।
4 इरनेट ( Ernet )
- यह शिक्षा व अनुसंधान नेटवर्क का संक्षिप्त रूप है।
- यह देश के मुख्य शैक्षणिक संस्थान व अनुसंधान केन्द्र को जोड़ती है।
5 क्लाउड कम्प्यूटिंग (Cloud Co. )
- इण्टरनेट आधारित एक विशिष्ट प्रक्रिया,जिसमें यूजर को सभी सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम इण्टरनेट के माध्यम से आवश्यकता के समय तुरन्त उपलब्ध हो जाते हैं।
- क्लाउड कंप्यूटिंग द्वारा उपलब्ध कराए गए उपयोगी डाटा, प्लेटफॉर्म, सॉफ्टवेयर आदि उपयोगकर्ता के कंप्यूटर सिस्टम में न होकर उस कंपनी के सर्वर पर संग्रहित होते हैं, जो क्लाउड कंप्यूटिंग की सुविधा उपलब्ध करवाती है।
6 निकनेट-(NICNET)
- यह उपग्रह पर आधारित राष्ट्रव्यापी कम्प्यूटर संचार नेटवर्क है।
- भारत में सूचना प्रौद्योगिकी संगठन (NIO), राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा ।
- यह लेह से अं। नि। द्वीप समूह तक राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्रोतों से सूचनाएँ उपलब्ध करा रहा है।
नेटवर्क टोपोलॉजी
क्या है :- यह नेटवर्क के विभिन्न नोड या टर्मिनल्स को आपस में जोड़ने का तरीका है, जो नेटवर्क की भौतिक संरचना बनाता है।
प्रकार
- स्टार टोपोलॉजी
- बस टोपोलॉजी
- रिंग टोपोलॉजी
- ट्री टोपोलॉजी
- मैश टोपोलॉजी
- हाइब्रिड टोपोलॉजी
1 स्टार टोपोलॉजी-
- इस नेटवर्क में एक केन्द्रीय नोड होता है जो इंटेलीजेंस से युक्त होता है।
- बाकी नोड्स इससे जुड़े होते हैं।
- इस केन्द्रीय नोड को हब कहा जाता है।
- एक केबल में समस्या आने पर केवल एक नोड विफल होता है परंतु हब में समस्या आने पर सारा नेटवर्क विफल हो जाता है।
2 बस टोपोलॉजी
- इस नेटवर्क के सभी नोड एक ही केबल (ट्रांसमिशन लाइन) से जुड़े होते है।
- LAN में मुख्यतः यही टोपोलॉजी प्रयोग की जाती है अत: इसे ब्रॉडकास्ट नेटवर्क भी कहते है।
- इसमें सामान्यत: ईथरनेट प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता है।
3 रिंग टोपोलॉजी
- इस नेटवर्क में सभी नोड्स में इंटेलीजेंस होता है।
- इसका स्वरूप रिंग (गोले) के समान होने के कारण इसे रिंग नेटवर्क के नाम से जाना जाता है।
- FDDI रिंग टोपोलॉजी का उदाहरण है।
- इसे Point-to point नेटवर्क Completely Connected नेटवर्क भी कहा जाता है।
- इसमें डाटा के आदान-प्रदान का प्रत्येक निर्णय कम्प्यूटर स्वयं ही लेता है।
4 ट्री टोपोलॉजी
- इस टोपोलॉजी में एक नोड से दूसरा नोड तथा दूसरे नोड से तीसरा नोड, किसी पेड़ की शाखाओं की तरह जुड़े होते हैं, यही ट्री टोपोलॉजी कहलाती है।
- यह स्टार टोपोलॉजी का ही विस्तृत रूप है।
- इस टोपोलॉजी में रूट नोड सर्वर की तरह कार्य करता है।
5 मैश टोपोलॉजी
- इस टोपोलॉजी का प्रत्येक कम्प्यूटर, नेटवर्क में जुड़े अन्य सभी कम्प्यूटरों से सीधे जुड़ा होता है।
- इसे Point-to point नेटवर्क Completely Connected नेटवर्क भी कहा जाता है।
- इसमें डाटा के आदान-प्रदान का प्रत्येक निर्णय कम्प्यूटर स्वयं ही लेता है।
6 हाइब्रिड टोपोलॉजी
- जब दो या दो से अधिक प्रकार के टोपोलॉजी को जोड़कर इस टोपोलॉजी का निर्माण किया जाता है ।
- इस टोपोलॉजी का प्रयोग किसी बड़े ऑफिस नेटवर्क में किया जाता है।
- जहाँ पर सुरक्षा को लेकर तथा कार्य पूर्ण करने को लेकर अधिक संवेदनशीलता होती है।