रोबोटिक्स क्या है? विकास, घटक, वर्गीकरण, अनुप्रयोग, भारत में रोबोटिक्स

रोबोटिक्स क्या है?

क्या है ?  –  एक मशीन है, जो प्रोग्राम किये गये डाटा के अनुरूप  कार्य सम्पादित करती है ।

रोबोटिक्स

  • रोबोट से संबंधित इंजीनियरिंग शाखा ।
  • इसके अंतर्गत रोबोट की रचना + उत्पादन + संचालन + अध्ययन + अनुसंधान शामिल है ।

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रोबोट शब्द

  • ‘रोबोटा’(चेक भाषा) से उद्भवित है ।
  • अर्थ – परिश्रमी मजदूर ।
  • सर्वप्रथम प्रयोग
    • कब – 1920-21 में,
    • किसने – कॉरेल कापेक ने ।
    • नाटक –  “Rossum’s Universal Robots” में ।

रोबोटिक्स शब्द

  • सर्वप्रथम प्रयोग – ईसाक असिमोव ने,
  • कब – 1941 में ।
  • उपन्यास – Liar में ।

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रोबोटिक्स के नियम

  • किसने – Asimov ने,
  • कब – 1950 में ।
  • उल्लेख – किताब ‘आई रोबोट’ में ।
  • नियम
    1. मनुष्य को चोट न पहुंचाये ।
    2. मनुष्य आदेशों का पालन करे ।(विधि सम्मत हों)
    3. रोबोट अपने अस्तित्व की रक्षा तब तक करेगा, जब तक कि पहले और दूसरे नियम के विरुद्ध न हो।

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रोबोटिक्स का विकास

प्रारंभिक चरण

लियोनार्दो द विंची

  • योगदान – ह्यूमेनोइड(मानव सदृश्य) रोबोट बनाने का प्रयास किया ।
  • कब – 1495 ई। में ।

निकोला टेस्ला

  • योगदान – रेडियो से नियंत्रित टारपिडो का विकास।
  • कब 1898 ई। में ।
  • टारपिडो – स्वचलित विस्पोटक प्रक्षेपास्त्र है ।

तेलेबॉक्स रोबोट

  • किसने – वेस्टिंग हाउस इलेक्ट्रिक कॉर्पोरेशन ने । (संस्थापक – जॉर्ज वेस्टिंगहाउस)
  • कब – 1926

गकुतेंसोकू रोबोट

  • क्या – जापान का प्रथम रोबोट ।
  • कब – 1928 में ।
  • किसने – मकोटो निशिमुरा द्वारा ।

काराकुरीरोबोट

  • कब – 19वीं शताब्दी में ।
  • किसने – जापान ने ।
  • विशेषता – चाय परोसता था ।

मारियारोबोट

  • कब – 1930 में,
  • किसने – फ्रिज़ लैंग ने ।
  • कहाँ – कनाडा  में ।

‘इलेक्ट्रो’ रोबोट

  • कब – 1939 में,
  • क्या – हयूमेनोइड रोबोट था ।
  • विशेषता
    • 7 फीट लम्बा था ।
    • 700 शब्द बोल सकता था ।

एलमेर तथा एल्सी रोबोट

  • कब – 1948-49 में,
  • किसने – विलियम ग्रे वॉल्टर द्वारा ।
  • विशेषता – प्रथम इलेक्ट्रॉनिक स्वायत्त रोबोट था ।

जॉर्ज, सी. डेवोल

  • कौन– रोबोटिक्स के पितामह ।

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  • योगदान
    • प्रथम रोबोटिक्स ऑर्म बनाया ।
    • जॉसेफ एंजेलगर्बर के साथ पहली रोबोटिक कंपनी “यूनीमेट” (1961) की स्थापना ।
    • “यूनिमेट रोबोट” निर्माण ।
    • वाबोट-I रोबोट
      • विश्व का प्रथम पूर्ण मानव सदृश्य(Humanoid) रोबोट है।
      • निर्माण – 1972 में ।
      • कम्पनी – यूनीमेशन ।(पहली रोबोट निर्माता कम्पनी थी)

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शैंकीरोबोट

  • कब – 1960 में । (लगभग)
  • कम्पनी – एस। आर। आई। कम्पनी ने ।
  • विशेषता – वाहन चला सकता था ।

‘फ्यूमुल्स’ (Fumulus ) रोबोट

  • कब – 1973 में ।
  • कहाँ – जर्मनी में ।
  • विशेषता – प्रथम रोबोट, जो 360° घूम सकता था ।

लीचिम रोबोट

  • कब 1974 में ।
  • किसने – माइकल जे। फ्रीमैन ने ।
  • विशेषता – कक्षा में पढ़ाने हेतु विकसित किया गया ।

एचआरपी-2 एम कोरोमेट (HRP-2M Choromet) रोबोट

  • क्या – यह ह्यूमनॉइड रोबोट था ।
  • विकास – जापान के National Institute of Advanced Industrial Science and Technology द्वारा ।
  • विशेषता
    1. यह फ्री तथा ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर Linux पर कार्य करता है ।
    2. यह कई गतिविधियों को क्रमबद्ध करने में सक्षम है । जैंसे :-
    3. पैर पर खड़ा होना,
    4. चलना,
    5. पीठ अथवा पेट के बल लेटना, व
    6. हाथ से इशारा करना आदि ।

आधुनिक चरण

फेमिसेपियन (Femisapien)

  • लॉन्च – 2008 में,
  • क्या – यह स्त्री सद्रश्य रोबोट है ।
  • विशेषता
    • यह दृश्यों, ध्वनियों तथा स्पर्श के प्रति प्रतिक्रया करता है ।
    • यह क्रमिक` गतियों के आधार पर कार्यक्रमित होता है ।

इब सिना रोबोट

  • क्या – पहला एन्ड्रॉयड रोबोट ।
  • विशेषता – अरबी भाषा में वार्तालाप कर सकता है
  • निर्माण – इन्टरएक्टिव रोबोट्स एण्ड मीडिया लैब (संयुक्त अरब अमीरात विश्वविद्यालय)द्वारा।

असीमो(ASIMO) रोबोट

  • क्या – पहला मानवीय रोबोट (Humanoid Robot)
  • विकास – Honda कम्पनी द्वारा ।
  • पूरा नाम – Advanced Step in innovative mobility है ।

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SDR 3X SDR-4X रोबोट

  • क्या – मानव सद्रश्य रोबोट है ।
  • निर्माता – Sony कम्पनी ।

सोफिया (Sophia) रोबोट

  • क्या – विश्व का श्रेष्ठ ‘मानव सदृश्य बुद्धिमान रोबोट’ है ।
  • विकास
    • कब – 2016 में ।
    • किसने – हेनसन रोबोटिक्स, हाँगकांग द्वारा ।
    • जनक – डेविड हैनसन ।

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  • विशेषता
    1. यह गाती भी है ।
    2. मनुष्य की तरह के लगभग 60 हाव-भाव भी दर्शाती है ।
    3. इसे हॉलीवुड अभि नेत्री आड्री हेपबर्न की शक्ल दी गयी है ।
  • महत्वपूर्ण
    1. किसी देश की नागरिकता(2017-सऊदी अरब) पाने वाली पहली रोबोट है ।
    2. UNDP ( यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम ) द्वारा साल 2017 में नवाचार तकनीक के लिए एशिया और प्रशांत प्रदेश ( Asia and Pacific) का सर्वप्रथम पुरस्कार मिल चूका है ।
    3. यह अक्टूबर, 2019 में, इंदौर(मध्यप्रदेश) में आयोजित, 51 वीं राउंड स्क्वेयर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुयी       थी।

‘रोबोकॉप’

  • पहला रोबोट पुलिस अधिकारी है।
  • देश – UAE (दुबई) ।

जेनबोट्स

  • क्या – दुनिया का पहला सजीव रोबोट है।
  • किसने – संयुक्त राज्य अमेरिका ने ।
  • कब – 2020 में ।
  • विशेष – यह अफ्रीकी सहारा मरूस्थल की मेढ़क प्रजाति “जेनोपस लाविस” पर आधारित है ।

एस्टेरोइड माइनिंग रोबोट

  • क्या – यह अंतरिक्ष में जाने वाला विश्व का प्रथम रोबोट है ।
  • देश – चीन ।
  • कब – 2020 में ।
  • महत्व – यह क्षुद्र ग्रह पर, संसाधनों की पहचान और खोज करेगा।

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रोबोट के घटक

1 शक्ति का स्त्रोत

  • सबसे लोकप्रिय ऊर्जा स्त्रोत बैटरियां है।
  • उदाहरण:- लेड-एसिड बैटरी + सिल्वर कैडमियम बैटरियों का प्रयोग ।
  • अन्य ऊर्जा स्रोत
    1. न्यूमेटिक (Pneumatic)
    2. सौर ऊर्जा
    3. हाइड्रोलिक्स
    4. फ्लाई व्हील ऊर्जा भंडारण, व

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2 प्रवर्तक

  • ये रोबोट की मांसपेशियाँ होती हैं, जो संचित ऊर्जा को क्रिया में परिवर्तित करती हैं।
  • उदाहरण:- इलेक्ट्रिक मोटर और लीनियर प्रवर्तक फैक्टरियों में रोबोटों को नियंत्रित करते है।

3 सेंसर (संवेदक)

  • सेंसर की मदद से रोबोट अपने आस-पास के वातावरण या आंतरिक भागों के बारे में सूचनाएँ संग्रहित करते हैं।
  • जैंसे :- एक थर्मोसेंसर तापमान को एक आउटपुट वोल्टेज में परिवर्तित कर देता है जिसे एक वोल्टमीटर द्वारा पढ़ा जा सकता है।

4 प्रचालक

  • यह गुण रोबोट को कोई वस्तु उठाने में, उन्नत करने में (Modify), नष्ट करने में सहायता करते हैं ।
  • जैसे – रोबोट के हाथों को सामान्यतः ‘एंड इफेक्टरर्स’ कहा जाता है, जबकि ‘आर्म्स’ (Arms) को प्रचालक (Manipulator) माना जाता है ।

5 गतिशीलता

  • यह गुण रोबोट को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में सहायता करता है।
  • जैसे :- पहिये, पैर, पंख, फिन्स रोलर, बॉल आदि।

6 नियंत्रक

  • यह गुण रोबोट का मस्तिष्क का प्रतिरूप होता है।
  • डिजिटल कम्प्यूटर रोबोट के लिए एक कंट्रोलर की भांति कार्य करता है, जो सेंसर से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर रोबोट के अन्य भागों को कार्य करने का निर्देश देता है ।

रोबोट का वर्गीकरण

1 निर्माण के आधार पर

निर्माण के आधार पर रोबोट सामान्यतः पाँच प्रकार के होते हैं:-

(i) प्री-प्रोगाम्ड रोबोट (Pre Programmed Robot)

  • यह नियंत्रित वातावरण में कार्य करने हेतु निर्मित है ।
  • सामान्यतः एक ही प्रकार का कार्य करते है।
  • जैसे – मैकेनिकल आर्म, बेल्डिंग रोबोट आदि।
  • अन्य उदाहरण
    • वर्ष 2009 में ‘टोपियो’ रोबोट का निर्माण पिंगपांग खेलने के लिए किया गया ।
    • वर्ष 2011 में नासा द्वारा ‘रोबोनोट-2’ को अंतरिक्ष में भेजा गया ।
    • वर्ष 2013 में जापान ने ‘किरोबो’(हॉफ ह्यूमेनोइड) को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा था।
    • अगस्त 2019 में रूस ने ह्यूमेनोइड रोबोट ‘फेडोर’ को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुँचाया ।
    • वर्ष 2018 में अमेरिकी कम्पनी एयरबस द्वारा ‘साइमन’ रोबोट अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा गया था।

(iii) स्वायत्त रोबोट (Autonomous Robot)

  • यह रोबोट उच्च स्तर की स्वायत्ता(autonomy) के साथ कार्य करता है।
  • यह खुले वातावरण में कार्य कर सकते है, इन्हें मानव पर्यवेक्षण(human supervision) की आवश्यकता नहीं होती।
  • उदाहरण :-  रूम्बा बेक्यूम क्लीनर ।

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(iv) टेलीपोर्टेड रोबोट (Teleoperted Robot)

  • यह मानव द्वारा नियंत्रित होते है ।
  • कठिन भौगोलिक परिस्थितियों, खराब मौसम एवं आपदाओं के समय कार्य करने हेतु उपयुक्त है।
  • उदाहरण :- मानव नियंत्रित पनडुब्बियाँ, ड्रोन आदि ।
  • उदाहरण
    • मेडिकल क्षेत्र में प्रोसथेसिस(कृत्रिम अंग) ।
    • इंडस्ट्री के क्षेत्र में एक्सोस्केलेटन(वहि: कंकाल)।

(v) ऑगमेंटिंग रोबोट (Augmenting Robot)

  • यह मनुष्य की कार्यक्षमता में वृद्धि करते है ।
  • अपंगता की स्थिति में, मनुष्य द्वारा खोई क्षमता को पुनः प्राप्त करने में सहायक है।
  • उदाहरण
    • मेडिकल क्षेत्र में प्रोसथेसिस(कृत्रिम अंग) ।
    • इंडस्ट्री के क्षेत्र में एक्सोस्केलेटन(वहि: कंकाल)।

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2 कार्य प्रणाली के आधार पर

(i) स्टेशनरी रोबोट (Stationary Robot )

  • यह स्थिर रहकर कार्य करते हैं, पहियों की आवश्यकता नहीं होती है ।
  • सामान्यतः उद्योगों में प्रयुक्त होते हैं।
  • उदाहरण – वेल्डिंग रोबोट ।

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 (ii) पहिये वाले रोबोट (Wheeled Robot )

  • इनमें विशिष्ट कार्यों को करने के लिये, सेंसर और पहिये लगे होते हैं।
  • ये औद्योगिक उद्देश्यों हेतु उपयोगी होते हैं, क्योंकि इन्हें नियंत्रित करने के लिये भारी-भरकम आधारभूत ढाँचे की आवश्यकता नहीं होती है ।
  • जैसे – स्पाइंग रोबोट (Spying Robot) आदि।
  • प्रकार

1.एक पहिये वाले रोबोट

    • इसको बाल्ड रोबोट (Balled Robot) भी कहते हैं।
    • सबसे पहला 2005 में प्रो। राल्फ होलिस (यू।एस।ए) ने तैयार किया ।

2. ओमनी व्हील्स रोबोट

    • इसका अर्थ है कि कई सारे पहिये मिलकर एक बड़ा पहिया बनाये ।
    • उदाहरण – रोबोओमिनी ।

3. दो पहिया वाला रोलिंग रोबोट

    • यह दुपहिया होता है ।
    • उदाहरण – Segway Loomo(जापान) ।

4. चार पहिये वाला रोबोट

    • उदाहरण – Scrab है।
    • इसका उपयोग नासा (NASA) ने रोबर के रूप में किया ।

(iii) पैर वाले रोबोट (Leged Robot)

  • यह मोबाइल रोबोट का प्रतिरूप है।
  • वर्गीकरण

1. होपिंग रोबोट (Hopping Robot )

    • यह मोनोपेडल रोबोट हैं ।
    • जिसे पोगो स्टिक रोबोट (Pogo Stick Robot) भी कहते हैं ।

2. बाईप्ड रोबोट (Biped Robot)

    • यह मनुष्य के समान दिखते हैं।
    • उदाहरण – होंडा का एसिमो (ASIMO ) ।

3. तीन पैरों वाला रोबोट(three legged robot)

    • उदाहरण – रोमेला(Romela) द्वारा बनाया गया STirDER (Self Excited Tripedal Dynamic Experimental Robot) ।

4. क्वाड्रोपेडल रोबोट(Quadropedal robot)

    • उदाहरण – सैन्य रोबोट बिगडॉग (Big Dog) ।

(iv) स्वीमिंग रोबोट (Swimming Robot )

  • अन्यनाम – ऑटोनोमस अंडर वॉटर व्हीकल (Autonomuou Under Water Vehicle) ।
  • विशेषता – बिना किसी ऑपरेटर के निर्देश के पानी के भीतर तैर सकते हैं।
  • उदाहरण

1. पैक्स वेव ग्लाइडर(Pacx-Wave Glider )

    • उपनाम – पापा मऊ ( Papa Mau ।
    • कीर्तिमान – सैन-फ्रांसिस्को(USA) से क्वीन्सलैंड(AUS) तक 9,000 NM तक की दूरी तैर कर पार की ।

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    • निर्माता – लिक्विड रोबोटिक्स(Liquid Robotics) (अमेरिकी) ।
    • महत्व – इससे प्रशांत महासागर के इकोसिस्टम के अध्ययन में सहायता मिलेगी ।

2. फेस्टो फिश(Festo Fish)

    • इसका डिजाइन मछली की तरह है।
    • यह बड़े टैंक्स के इर्द-गिर्द रेडियो नियंत्रण के अंतर्गत बुलबुले छोड़ते हुए तैराकी कर सकती है ।

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3. स्पैलेस-2(Isplash-II)

    • अमेरिकन आर्मी द्वारा प्रयुक्त रोबोट है।

4. एयूवी(AUV)

    • महत्व – गुमशुदा हवाई जहाजों का पता लगाने के लिए प्रयुक्त ।
    • जैसे– एयर फ्रांस फ्लाइट 447 को खोजने(समुद्रों में) में एबिस रोल(ABYSS Roll) नामक एयूवी (AUV) का प्रयोग किया गया।

(v) उड़ने वाले रोबोट (Flying Robot)

  • क्या – इनमे बिना मनुष्य की सवारी वाले भारी या हल्के विमान रोबोट शामिल है ।
  • अन्यनाम – अनमैन्ड एरियल व्हीकल (Unmanned Aerial Vehicle) ।
  • उदाहरण – एयर पेंग्विन(Air Penguin) + एयर रे(Air Ray ) + एयर जैली(Air Jelly) ।
  • अन्य उदाहरण

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1. सैन्य उड़ान रोबोटों में क्रूज। मिसाइल, एन्टोमोप्टर (Entomopter) तथा एप्शन माइक्रो हेलिकॉप्टर (Epson Micro Helicopter ) शामिल हैं।

2. ऑर्निथोप्टर (Ornithopter ) रोबोट अपने पंखों की सहायता से पक्षियों की भांति उड़ते हैं ।

3. स्मार्टबर्ड(Smarthird)

    • यह एक स्वायत्त आर्निथोप्टर है।
    • यह हेरिंग गल (Herring Gull) पर आधारित है।
    • इसे अप्रैल 2011 में हेनओवर मेले, ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शित किया गया।

4. स्मावनेट प्रोजेक्ट (Smawnet Project)

    • इसका लक्ष्य उड़ने वाले रोबोट्स का एक स्वार्म(Swarm) बनाना है ।
    • यह आपदा-ग्रस्त क्षेत्र में त्वरित संचार उपलब्ध करा सकते हैं।

5. डेलफ्लाई (DelFly)

    • विकास – डेल्ट यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की माइक्रो एयर व्हीकल लैब + वेगनिजेन यूनिवर्सिटी (Wageningen University) द्वारा ।
    • क्या – कैमरे से युक्त पूर्ण नियंत्रित माइक्रो एयर व्हीकल या आर्निथोप्टर (Micro Ornithopter) है।

6. रोबो-मधुमक्खी(Robo Bee)

    • क्या – यह उड़ान में सक्षम छोटा रोबोट टेथर्ड हैं।
    • विकास – हावर्ड यूनिवर्ससिटी द्वारा ।

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(vi) मोबाइल स्फेरिकल रोबोट(Mobiles Spherical Robot)

  • क्या – यह एक आवरण (Spherical) के अंदर बनाया जाता है।
  • टम्बलवीड बॉल(Tumbleweed Ball)
    • नासा (NASA) के जेट प्रोपल्शन लैब द्वारा निर्मित रोबोटिक बॉल प्रोटोटाइप है।
    • यह अंतरिक्ष यात्रियों व उनके उपकरणों को अंतरिक्ष में सुरक्षा देने के लिए बनाया गया है।

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  • रोटन्डस ग्राउंड बोट (Rotundus Ground Bot)
    • गोलाकार आकृति वाला निगरानी रोबोट है।
    • यह रिमोट संचालित अनमैंड ग्राउंड व्हीकल (Unmanned Ground Vehicle) दलदल, बालू, बर्फ पर चलने या पानी पर तैरने में भी सक्षम है।

(vii) स्वार्म रोबोट (Swarm Robot)

  • क्या – यह रोबोटिक्स में एक नया विकास है, जहाँ अलग-अलग कई रोबोट परस्पर ताल-मेल से कोई कार्य करते हैं।
  • विशेष
    • रोबोट का यह सामूहिक कार्य परस्पर सहयोग से अत्यंत दक्षता युक्त होता है।
    • इससे वे ऐसे कार्यों को करने में सक्षम हो पाते हैं, जो वह व्यक्तिगत (Individually) नहीं कर सकते।
    • इस सोच को स्वार्म कृत्रिम बुद्धिमत्ता ( Swarm Artificial Intelligence ) के नाम से जाना जाता है।

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  • उदाहरण
    • हावर्ड यूनिवर्सिटी में 1024 रोबोटों के समूह का निर्माण किया गया।
    • यह स्वयं व्यवस्थित (Self Organizing) रोबोट समूह राधिका नागपाल की प्रयोगशाला में बनाया गया।

3 आकार के आधार पर

1.माइक्रो रोबोट (Micro Robot)

  • यह सूक्ष्म रोबोटिक्स का क्षेत्र हैं, जो 1 मिमी से कम क्षेत्रफल की विशेषता वाले मोबाईल रोबोट होते हैं।
  • माइक्रोबायोटिक्स, रोबोटिक्स की एक शाखा है जो सूक्ष्म रोबोट के अध्ययन से संबंधित है।

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2.नैनो- रोबोट (Nano Robot)

  • क्या
    • यह रोबोटिक्स का आधुनिक व उभरता हुआ क्षेत्र है।
    • यह 10 मीटर के स्तर पर मशीनों या रोबोट के निर्माण की तकनीकी है।
    • जैसे – ट्यूमर, आर्ट रियो स्केलेरोसिस, (Arteriosclerosis) रक्त थक्का, जो स्ट्रोक का कारण हो, के लिए नैनो रोबोट्स तैयार किए जाए है।

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  • प्रकार
  1. बायोचिप(Bio-Chip)
  • क्या – नैनो-इलैक्ट्रॉनिक्स, फोटोलिथोग्राफी तथा नये जैविक पदार्थों का संयुक्त उपयोग कर इनका निर्माण किया जाता है।
  • जैसे – शल्य क्रिया के उपकरण, निदान तथा ड्रग डिलीवरी।
  1. न्यूबोट्स(Newbots)
  • क्या
    • यह ‘न्यूक्लिक एसिड रोबोट’ (Nucleic Acid Robot) का संक्षिप्त नाम है।
    • न्यूबोट्स नैनो स्तर पर कार्बनिक आण्विक (Organic Molecular) मशीनें हैं।
  • हावर्ड का डीएनए आधारित न्यूबोट्
    • हावर्ड के शोधकर्ताओं ने डीएनए स्ट्रैन्ड से निर्मित एक नैनो रोबोट का निर्माण किया है, जो एक आण्विक (Molecules) संदेश को शरीर की किसी विशिष्ट कोशिका तक पहुंचा सकता है, जैसे-कैंसर कोशिका (Cancer Cell) तथा उन्हें स्वयं को नष्ट करने का आदेश भी दे सकता है।
    • यह रोबोट डीएनए की आकृति का बना है।
  1. जीवाणु आधारित ( Bacteria Based ) रोबोट
  • क्या – यह पद्धति सूक्ष्म जैविक संरचनाओं जैसे बैक्टीरिया, ई-कोलाई आदि के प्रयोग पर आधारित है।
  • विशेष
    • विद्युत चुम्बकीय(Electro magnetic) क्षेत्र सामान्यतः इस प्रकार के जैविक संवर्धित उपकरण को नियंत्रित करता है।
    • इस प्रकार यह मॉडल फ्लेगेलम(Flagellum) को ऊर्जा के लिए प्रयोग करता है।

रोबोटिक्स के अनुप्रयोग

1 घरेलू क्षेत्र में(In Domestic) – रुम्बा (Roomba) एक घरेलू वैक्यूम क्लीनर है।

2 माइनिंग क्षेत्र में( In Mining )- ऑस्ट्रेलिया में स्वायत्त वाहनों का प्रयोग खनन में किया जा रहा है।

3 नाभिकीय तकनीकी के क्षेत्र में।

4 आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में ( In Disaster Management)

  • पायोनियर(Pioneer) – इसका उपयोग आपदा के समय दुर्गम और खतरनाक क्षेत्रों में कार्य करने के लिए किया जाता है।
  • सेनेका – आपदा नियंत्रण हेतु जर्मनी के फ्रॉनहॉपर वैज्ञानिकों ने SENEKA(Sensor Network with Mobile Robots for Disaster Management) नामक रोबोट बनाया है।

5 निगरानी कार्यों के क्षेत्र में।

6 औद्योगिक क्षेत्रों में

  • विभिन्न उद्योगों में कई व्हील्ड एवं स्टेशनरी रोबोट्स का प्रयोग हो रहा जो न सिर्फ उत्पादन तेजी से करते हैं अपितु है, उत्पादन लागत को भी कम करते है।
  • उद्योगों में प्रयुक्त प्रमुख रोबोट
    • PUMA (Programmable Universal Machine for Assembly) रोबोट।
    • Kuka(Keller und Knappich Augsburg)- इसे जोहान जोसेफ केलर ने बनाया ।
    • बेकस्टर(Baxter) – इसे रोडनीब्रुक्स ने बनाया था ।

7 स्वास्थ्य क्षेत्र में

  • स्वास्थ्य क्षेत्र में रोबोट का प्रयोग बहु-आयामी है।
  • कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण निम्न हैं
    • सायबरनाईफ – शल्य चिकित्सा में प्रयुक्त रोबोटिक्स प्रणाली है।
    • आरएएस (RAS) – इसका विकास सूक्ष्म शल्य चिकित्सा(Minimally Invasive Surgery) की सीमाओं को जीतने तथा खुली सर्जरी (Open Surgery) करने वाले सर्जन की क्षमताओं में वृद्धि हेतु किया गया।
    • अमेरिका की इंट्यूशिव सर्जिकल कंपनी द विंची, सर्जिकल रोबोट्स बनाती है।
    • da vinci Surgical System रोबोट का उपयोग शल्य चिकित्सा में किया जा रहा है।
    • रैम्स रोबोट शल्य चिकित्सा करने में सक्षम है, इसमें ओमनी रिस्ट तकनीक का प्रयोग किया गया है।
    • रीबा(RIBA-Robot for Interactive Body Assistance) – यह व्हीलचेयर रोबोट है।
    • होस्पी (Hospi)- अस्पताल डिलीवरी रोबोट है।
    • अंग-प्रत्यारोपण(प्रोस्थेटिक)
      • मानव पैर व हाथों के प्राकृतिक कार्यों की नकल करने में सक्षम कृत्रिम-अंगों का निर्माण किया जा रहा है।
      • प्रोस्थेटिक, चिकित्सा विज्ञान की वह पद्धति है जिसमें मनुष्य के अंगों को प्रत्यारोपित किया जाता है।

8 अंतरिक्ष के क्षेत्र में

  • अंतरिक्ष में सबसे प्रसिद्ध रोबोटों में आर्बिट्र रोवर्स तथा लैण्डर्स है।
  • रोबोटों का उन स्थानों पर व्यापक उपयोग हो रहा है, जहाँ अंतरिक्ष में उपकरणों के बेहतर प्रयोग या आंकड़ों के संकलन का कार्य हो ।
  • कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण निम्न हैं
  1. माइटी ईगल
  • नासा द्वारा तैयार, एक रोबोटिक प्रोटोटाइप लैंडर है।
  • इसमें ईंधन के रूप में 90% शुद्ध हाइड्रोजन परऑक्साइड का उपयोग होता है।

2. रोबोनॉट दरपा

    • यह नासा का संयुक्त प्रोजेक्ट है।
    • इसका लक्ष्य ऐसे ह्यूमेनाइड तैयार करना है, जो वाहनेत्तर गतिविधि(Space Walks) में मनुष्य की भांति कार्य कर सकें।

3. स्पाइडरनॉट – एक मकड़ी रोबोट (Arachnid) है, यह नासा (NASA) द्वारा डिजाइन किया गया है।

4. इन-साइट(The interior Exploration using seismic investigations Geodesy and Heat Transport, in Sight)

    • यह एक रोबोटिक लैंडर है।
    • इसका उपयोग NASA द्वारा मंगल मिशन के लिए किया गया था।

5. स्पेस प्रोब(Space Probe)

    • क्या – यह रोबोटिक अंतरिक्ष यान है।
    • उदाहरण नासा के रोबोट् ‘सोजोर्नर’ ने मंगल ग्रह से अनेक निष्कर्ष पृथ्वी पर भेजने का कार्य किया। 2004 में स्प्रिट ( Spirit ) नामक रोबोट ने मंगल ग्रह पर भेजा गया।

10 प्रतिरक्षा के क्षेत्र में

  • रोबोट दक्ष
    • भारत द्वारा निर्मित एक विद्युतीय रोबोट है।
    • यह किसी क्षेत्र में लगाए गये विस्फोटकों को निरस्त करने एवं दुश्मन सेना के क्षेत्र में जाकर विस्फोटक लगाने का कार्य करने में सक्षम है।
  • यूएवी‘ (Unmanned Aerial Vehicle)
    • ‘ड्रोन’ रिमोट द्वारा नियंत्रित विमान है।
    • इसका प्रयोग जासूसी करने बिना आवाज किये मिसाइल हमला करने आदि में किया जाता है।
  • बोस्टन डायनामिक्स रोबोट डॉग‘(BDRD) का उपयोग विभिन्न प्रकार के भारी वाहनों, युद्ध क्षेत्र में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों आदि को सघन जंगलों, बर्फ व सँकरी घाटियों के बीच चेतावनी हेतु हेतु किया जाता है।
  • Andros II तथा Mini Andros नामक रोबोट का निर्माण बम रोधी दस्ते के रूप में किया जाता है।
  • टैलोन(TALON) अमेरिकन आर्मी द्वारा प्रयुक्त किया जाने वाला प्रमुख रोबोट है।

अन्य उपयोगी रोबोट्स

  • Puppet Magnus– यह जटिल प्रणाली से बनाया गया एक स्वचालित कठपुतली रोबोट मॉडल है।
  • SCORBOT- ER4U – यह एक शैक्षणिक रोबोट है।
  • Shadow Hand- यह एक रोबोट हाथ है जो मानव के हाथ के समान है। यह शैडो कम्पनी द्वारा विकसित किया गया है।
  • Robonaut– रोबोनट एक मानव दृश्य रोबोट है जो कि नासा डेक्सट्रस रोबोटिक्स प्रयोगशाला विकास परियोजना का एक भाग है।
  • Cobot(Collaborative Robot)- ये सहयोगी रोबोट होते है।
  • SCARA(Selective Compliance Assembly Robot Arm)- ये एक औद्योगिक रोबोट है।
  • Delta– ये एक औद्योगिक रोबोट है।
  • किचन ऑटोमेशन के वाणिज्यिक रोबोट
    • फ्लिपी (बर्गर) ।
    • जून पिज्जा (पिज्जा) ।
    • कैफेएक्स (कॉफी) । मकर शक (कॉकटेल) ।
    • फ्रोबोट (फ्रोजन योगर्ट) |
    • सैली (सलाद) ।
  • PUMA-Programmable Universal Machine for Assembly
    • इन रोबोट्स का सर्वप्रथम प्रयोग इनके अल्पविकसित रूप कम्प्यूटर नियंत्रित आर्म्स के रूप में 1960-70 के दशक में एमआईटी तथा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में किया गया।
    • सर्वप्रथम प्यूमा के वर्तमान स्वरूप का निर्माण अमेरिका की जनरल मोटर्स के लिए यूनिमेशन कम्पनी के विक्टर स्कीनमैन ने किया।
    • इनका उपयोग 1978 के आसपास ऑटोमोबाइल उद्योग में डैश पैनल और लाइट को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है।
    • प्यूमा का विकास विभिन्न वर्षों में अनवरत रूप से हुआ तथा उसके कई अन्य अनुप्रयोग भी सामने आये। जैसे- 1985 में विकसित PUMA 560 का प्रयोग मस्तिष्क बायोप्सी में किया गया।
    • प्यूमा की अन्य 3 अन्य श्रेणियाँ 200, 500 एवं 700 है। जिन पर आधारित विभिन्न रोबोट वर्तमान में भी प्रचलित है।

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भारत में रोबोटिक्स

भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड‘(BEL)

  • सार्वजनिक लोक उपक्रम है
  • यह प्रथम भारतीय उद्योग है, जिसने उत्पादन स्तर पर स्वदेशी रोबोट का विकास किया।
  • इसने पिक एंड प्लेस( Pick and Place ) प्रकार के रोबोट का विकास किया।

हैदराबाद विज्ञान सोसाइटी

  • इसने पराश्रव्य तरंगों से प्राप्त संवेदन से चलने वाले रोबोट का विकास किया है।
  • स्वास्थ्य के लिये नुकसानदेह माने जाने वाले उद्योगों में इन रोबोट्स का उपयोग किया जा सकता है।

भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू

  • इसने माइक्रोप्रोसेसर आधारित रोबोट का विकास किया है।

त्रि-आयामी मुद्रण तकनीक(3-D Printing Technology)

  • वस्तुतः 3-D प्रिंटर एक औद्योगिक रोबोट है।
  • केरल के हृदय रोग विशेषज्ञों की एक टीम ने बालक की हृदय विकृति को ठीक करने में 3-D प्रिंटिंग तकनीक का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया है।

ड्रोन भीम

  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर के छात्रों ने बनाया है।
  • यह देश का स्वेदशी सुपर पावर ड्रोन है।

चतुरोबोट

  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और कृत्रिम ज्ञान तथा रोबोटिकी केन्द्र (CAIR) ने संयुक्त रूप से इस विलक्षण रोबोट को बनाया है।
  • इसमें दृश्य सेंसर लगे हैं।

बाबो(BRABO)

  • क्या – पहला भारतीय औद्योगिक रोबोट है ।
  • किसने – टीएएल मैन्युफैक्चरिंग सॉल्युशंस ने ।
  • कब – अप्रैल 2017 में ।
  • विशेष – इसे भारत के सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) के लिए स्वदेशी स्तर पर विकसित किया गया है।
  • Gray Orange इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड
    • स्थिति – गुरुग्राम में ।
    • क्या – एक रोबोटिक कम्पनी है।
    • इसे गैर-सरकारी संगठन (NGO) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

कृत्रिम ज्ञान तथा रोबोटिकी केन्द्र(CAIR)

  • पूरा नाम – Centre for Artificial Intelligence and Robotics
  • क्या – भारत की रोबोटिक प्रयोगशाला है।
  • केन्द्र – बेंगलुरू में।
  • स्थापना – अक्टूबर 1986 में ।
  • विशेष – इसके द्वारा निर्मित ‘गरूड़’ रोबोट का इस्तेमाल हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड(HAL) में किया जाता है।

रोबोटिक्स सोसायटी ऑफ इंडिया

  • स्थापना – वर्ष 2011 में हुई।
  • भूमिका – भारत में रोबोटिक्स के विकास से जुड़ी अकादमिक गतिविधियों और अनुसंधानकर्ताओं को मंच उपलब्ध कराना ।

ई-यंत्र परियोजना

  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे (IIT, Bombay) द्वारा मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है।
  • मकसद
    • छात्रों को रोबोट बनाने और उससे जुड़ी तकनीकी जानकारी देना है।
    • अगली पीढ़ी के इंजीनियरों, रोबोट विशेषज्ञों की एक व्यवस्था तैयार करना है।

रोबोटिक्स पर शोध कर रहे भारतीय संस्थान

  • सेंटर फॉर ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड रोबोटिक्स (बेंगलुरू),
  • आईआईटी (मद्रास),
  • भारतीय विज्ञान संस्थान (बेंगलुरू), व
  • इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (हैदराबाद) आदि प्रमुख हैं।

प्रीमियर इंस्टीट्यूशन इन इंडिया फॉर रोबोटिक रिसर्च

  • केंद्र – कानपुर में की गई।
  • उद्देश्य – भारत में रोबोटिक के विकास के लिए ।

भारत में प्रथम रोबोटिक सर्जरी

  • कब – 2010-11 में ।
  • कहाँ – AIIMS (नई दिल्ली) में ।
  • इलाज – थायमस ग्रन्थि को Myasthesnia Gravis बीमारी से बचाने के लिए निकाला गया।

भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र(BARC)

  • केंद्र – मुम्बई में ।
  • उद्देश्य – संचार रोबोट के निर्माण एवं अनुसंधान में सहायक है।

रोवर प्रज्ञान

  • विकास – इसरो ने ।
  • विशेष –
  • चंद्रयान-2 मिशन में इसका प्रयोग किया है
  • यह AI आधारित रोबोट है।

SCARA रोबोट

  • विकास
    • रोबोटिक प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी ‘SASTRA’ ने।
    • स्थिति – केरल के कोच्चि में ।
  • महत्व – कई कार्यों जैसे- 3D पेंटिंग बनाने, अनाज पीसने इत्यादि कार्य करने में सक्षम है।

ग्रिड बोट एवं रोबोट ग्रेड – अहमदाबाद में इनका निर्माण किया गया है, जो घर को साफ रखने में सहायक हैं।

रोबोट लक्ष्मी

  • क्या – भारत का पहला बैंकिंग रोबोट है।
  • स्थापित – कुंभकोणम(तमिलनाडु) के सिटी यूनियन बैंक में ।
  • लांच – नवम्बर 2016 मे ।

मानव (Manav)

  • क्या – भारत का पहला 3D प्रिंटेड मानवीय रोबोट हैं।
  • विकसित – दिसम्बर 2014 में ।
  • किसने – दिवाकर वैश्य द्वारा ए-सेट (A-SET) प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान की प्रयोगशाला में ।

‘रश्मि’

  • क्या – दुनिया की पहली हिन्दी भाषी और भारत की पहली यथार्थवादी लिप-सिंकिंग ह्यूमेनॉइड रोबोट है।
  • विकास – प्रोग्रामर रंजीत श्रीवास्तव द्वारा ।
  • लांच – 1 अगस्त, 2018 को।
  • विशेषता – यह चार भाषाओं अंग्रेजी, हिन्दी, भोजपुरी और मराठी में बोल सकती है।

देश की प्रथम रोबोटिक कंट्रोल वेधशाला

  • कहाँ– मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थापित ।
  • निर्माण – मप्र विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी परिषद (मेपकास्ट) ने।
  • कब – 2016 में ।
  • विशेषता
    1. यहां लगे 0।5 मीटर के टेलीस्कोप को कम्प्यूटर के जरिए किसी भी दिशा में घुमाकर ग्रह-नक्षत्रों की तस्वीर ली जा सकती हैं।
    2. इन तस्वीरों को देश-दुनिया के किसी भी स्थान पर बड़ी-बड़ी कम्प्यूटर स्क्रीन पर देखा जा सकेगा।
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